घर की छत पर करें सोलर पैनल से व्यवसाय, जानें पूरी जानकारी

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वर्तमान समय में कुछ ऐसे व्यवसाय भी उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग घर की छत पर कर उपयोगकर्ता अपने को आर्थिक रूप से तेजी से मजबूत कर सकते हैं। ऐसी ही सोलर पैनल को घर की छत पर स्थापित कर नागरिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। सोलर पैनल द्वारा सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने का कार्य किया जाता है। सोलर पैनल की सहायता से निर्मित बिजली का प्रयोग कर आप व्यवसाय कर सकते हैं।

इस आर्टिकल में हम आपको घर की छत पर करें सोलर पैनल से व्यवसाय (Solar Power Business on Your Rooftop) की जानकारी प्रदान करेंगे, जिसकी सहायता से आप भी इस पर विचार कर एवं इसकी स्थापना कर लाभ को प्राप्त कर सकते हैं। यह लंबे समय तक लाभ प्रदान करने वाला एक सफल व्यवसाय है।

घर की छत पर करें सोलर पैनल से व्यवसाय, जानें पूरी जानकारी
घर की छत से शुरू करें सोलर पैनल बिजनेस

घर की छत पर करें सोलर पैनल से व्यवसाय

यदि आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां की आबादी बहुत अधिक है या ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां का वातावरण शांत है। तो ऐसे सभी ही क्षेत्रों में बिजली की आवश्यकता स्वाभाविक होती है। सोलर सिस्टम को स्थापित कर के बिजली का उत्पादन सभी स्थानों पर किया जा सकता है। इस सिस्टम के द्वारा पर्यावरण के अनुकूल बिजली का उत्पादन होता है। जिस से किसी भी प्रकार का कोई प्रदूषण उत्पन्न नहीं होता हैं। ऐसे सोलर सिस्टम का प्रयोग कर पर्यावरण में बढ़े हुए कार्बन फुटप्रिन्ट को कम किया जा सकता है। एवं एक हरित भविष्य की सार्थक कल्पना की जा सकती है।

Solar Panel Business: सोलर की लागत क्या है?

घर की छत पर सोलर पैनल को स्थापित करने में उसकी क्षमता एवं सोलर पैनल के प्रकार के आधार पर ही लागत बताई जा सकती है, यदि आप 1 किलोवाट के पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का प्रयोग करते हैं तो यह 20 हजार से 35 हजार रुपये में आपको प्राप्त हो जाते हैं, एवं यदि आप 1 किलोवाट के मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल को खरीदते हैं तो यह आप 30 हजार से 50 हजार रुपये तक की कीमत में प्राप्त होते हैं। इसके अतिरिक्त पूरे सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर, सोलर बैटरी आदि का प्रयोग भी किया जाता है। जिनकी कुल लागत 80,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक हो सकती है।

सरकार द्वारा भी सोलर सिस्टम को स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है। इसके लिए केंद्र की रुफटॉप योजना संचालित की जा रही है। जिसमें 30% की सब्सिडी आपको प्रदान की जाती है। जिस से भारत के प्रत्येक राज्य में नागरिकों को लाभ प्राप्त हो रहा है, आप सोलर सिस्टम को स्थापित करने के लिए सोलर SME के अंतर्गत ऋण देने वाले बैंकों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। अपने सोलर सिस्टम से प्राप्त होने वाली बिजली को आप ग्रिड को बेच सकते हैं।

ऑनग्रिड सोलर सिस्टम स्थापित कर लाभ प्राप्त करें।

पूरे सोलर सिस्टम को स्थापित करने पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी ऑनग्रिड सोलर सिस्टम पर ही प्रदान की जाती है। इसमें सोलर पैनल से प्राप्त होने वाली बिजली को नेट मीटर की सहायता से डायरेक्ट ग्रिड के साथ साझा किया जाता है। जिस से उपयोगकर्ता बिजली के बिल को शून्य कर सकते हैं। एवं यदि आपके द्वारा अधिक क्षमता में बिजली का उत्पादन होता है, जिसे आप ग्रिड को भेजते हैं तो ऐसे में आप को आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो सकता है। सरकार द्वारा ऐसे ही सोलर पंप के लिए कुसुम योजना भी संचालित की जा रही है।

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सोलर पैनल के फायदे

सोलर पैनल के द्वारा लंबे समय तक उपयोगकर्ता को लाभ प्रदान किया जाता है। सामान्यतः सोलर पैनल के द्वारा 25 वर्षों तक बिजली का उत्पादन किया जा सकता है। जो एक दीर्घकालीन समय होता है। जिस से उपयोगकर्ता ग्रिड की बिजली की निर्भरता को कम या शून्य कर सकता है। साथ ही निर्मित बिजली को ग्रिड को प्रदान कर आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकता है। यदि ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम को स्थापित किया जाए तो इसमें बिजली को बैटरियों में स्टोर किया जा सकता है।

सोलर सिस्टम के रखरखाव में मुख्यतः बैटरियों का खर्चा होता है। जिनका जीवन काल भी 10 साल तक होता है, तो 10 साल में बैटरी बदलने पर होने वाला खर्चा 25,000 रुपये तक हो सकता है। जो समय के साथ कम या ज्यादा हो सकता है। भविष्य में आधुनिक तकनीक के ऐसे उपकरण निर्मित होंगे जिनके द्वारा सौर ऊर्जा का प्रयोग और अधिक आसान हो जाएगा। सोलर पैनल पर्यावरण के अनुकूल ही बिजली का उत्पादन करते हैं, जिस से पर्यावरण को भी लाभ प्राप्त होता है।

निष्कर्ष

इस प्रकार उपर्युक्त आर्टिकल की जानकारी को प्राप्त कर आप अपने घर की छत पर सोलर सिस्टम स्थापित कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं, सोलर सिस्टम में होने वाला प्राथमिक निवेश नागरिकों को अधिक लगता है, जिसे कम करने के लिए वे सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, एक बार प्रोजेक्ट की स्थापना होने के बाद उपभोक्ता आने वाले 20-25 सालों तक निशुल्क बिजली का लाभ प्राप्त कर सकता है।

सोलर ऊर्जा में निवेश करना दीर्घकालीन बुद्धिमानी है। सरकार द्वारा दिए जाने वाले प्रोत्साहन को प्राप्त कर के नागरिक उसका भी लाभ प्राप्त कर सकता है। सोलर सिस्टम से जीवाश्म ईंधन की निर्भरता को समाप्त किया जा सकता है। जिस से पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त कर के स्वच्छ रखा जा सकता है।

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