UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज को लगाएं ग्रिडटाई सोलर सिस्टम में, यहाँ जानें कीमत

ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को स्थापित कर के आप बिजली के बिल में राहत प्राप्त कर सकते हैं, ऐसे सिस्टम में UTL के सोलर इंवर्टर का प्रयोग किया जा सकता है।

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सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली प्राप्त करने के लिए सोलर सिस्टम का प्रयोग किया जाता है, सोलर सिस्टम में मुख्य रूप से सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर एवं सोलर बैटरी जैसे उपकरणों को स्थापित किया जाता है। ये सभी उपकरण पर्यावरण के अनुकूल कार्य करने के लिए जाने जाते हैं, सोलर पैनल के द्वारा सौर ऊर्जा को बिजली में बदला जाता है, सोलर इंवर्टर धारा रूपांतरण का कार्य करता है, एवं बैटरी में सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को स्टोर किया जा सकता है। UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज को आप अपने ऑनग्रिड सोलर सिस्टम में स्थापित कर सकते हैं।

UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज को लगाएं ग्रिडटाई सोलर सिस्टम में, यहाँ जानें कीमत
UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज

सोलर सिस्टम में सोलर इंवर्टर का कार्य

किसी भी सोलर सिस्टम में प्रयोग किए जाने वाले सोलर पैनल द्वारा सौर ऊर्जा से बिजली को DC दिष्ट धारा के रूप में उत्पादित किया जाता है, इस बिजली को ऑफग्रिड तथा हाइब्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी में स्टोर कर सकते हैं, एवं इस बिजली को ऑनग्रिड सोलर सिस्टम में इलेक्ट्रिक ग्रिड के साथ शेयर कर सकते हैं। घरों एवं व्यावसायिक क्षेत्रों में प्रयोग किए जाने वाले अधिकांश विद्युत उपकरण प्रत्यावर्ती धारा AC के माध्यम से चलाए जाते हैं। सोलर इंवर्टर का प्रयोग कर के सोलर पैनल से बनने वाली DC को AC में परिवर्तित करने का कार्य किया जाता है।

सोलर पैनल द्वारा बनाई जाने वाली बिजली असमान रूप से प्रवाहित होती है, ऐसे में यदि बिजली का प्रयोग सीधे करेंगे तो विद्युत उपकरण खराब हो सकते हैं, सोलर सिस्टम एवं अन्य उपकरणों की सुरक्षा के लिए सिस्टम में सोलर चार्ज कंट्रोलर का प्रयोग किया जाता है। सोलर चार्ज कन्ट्रोलर के आधार पर 2 प्रकार के सोलर इंवर्टर होते हैं, PWM (Pulse Width Modulation) एवं MPPT (Maximum Power Point Tracking)। MPPT तकनीक एक आधुनिक तकनीक है, PWM तकनीक को पारंपरिक तकनीक कहा जाता है। MPPT तकनीक के सोलर इंवर्टर PWM तकनीक के इंवर्टर से अधिक दक्षता वाले होते हैं।

UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज

UTL Solar भारत के टॉप सोलर ब्रांड में से एक है, जिसके सोलर उपकरणों का प्रयोग कर के एक कुशल सोलर सिस्टम को स्थापित किया जा सकता है। ये उपकरण अपनी उच्च कार्य प्रदर्शन क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। UTL द्वारा ऑनग्रिड, ऑफग्रिड एवं हाइब्रिड सभी प्रकार के सोलर सिस्टम के लिए सोलर इंवर्टर का निर्माण किया जाता है। ऐसे ही UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज का प्रयोग ऑनग्रिड सोलर सिस्टम में किया जा सकता है। इस प्रकार के सोलर सिस्टम में सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को ग्रिड के साथ शेयर किया जाता है, इस सिस्टम में ग्रिड की बिजली का प्रयोग उपकरणों को चलाने के लिए करते हैं।

ऑनग्रिड सिस्टम के माध्यम से बिजली के बिल में आर्थिक बचत की जा सकती है, एवं यदि सोलर सिस्टम द्वारा अतिरिक्त बिजली का उत्पादन किया जाए तो ऐसे में उस बिजली को ग्रिड को बेच भी सकते हैं। इस सोलर सिस्टम का प्रयोग 1 किलोवाट से 3 किलोवाट क्षमता के सोलर सिस्टम में किया जा सकता है। पर्यावरण में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए यह इंवर्टर सहायता प्रदान करता है। यह सोलर इंवर्टर 98.6% की अधिकतम दक्षता के साथ कार्य करता है। UTL द्वारा अपने सभी सोलर उपकरणों पर उपभोक्ताओं को वारंटी प्रदान की जाती है, ऐसे में ब्रांड की विश्वसनीयता पर भरोसा किया जा सकता है।

UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज की विशेषताएं

UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज की विशेषताएं इस प्रकार हैं:-

यह भी देखें:सोलर प्लांट (Solar Plant) में करनी है नौकरी तो इन सवालों के जवाब आपको आने चाहिए।

सोलर प्लांट (Solar Plant) में करनी है नौकरी तो इन सवालों के जवाब आपको आने चाहिए।

  • UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज एक ट्रांसफार्मर रहित इंवर्टर है, इस प्रकार के सोलर इंवर्टर वजन में हल्के होते हैं, इसलिए इन्हें पोर्टेबल भी कहा जाता है, इनकी कीमत कम होती है।
  • इस सोलर इंवर्टर में कम हार्मोनिक वर्तमान निरूपण (THDi<3%) होता है, जिससे इस सोलर इंवर्टर की सहायता से चलाए जाने वाले उपकरणों को सुरक्षित रखा जा सकता है, एवं सोलर सिस्टम में हीटिंग के प्रभाव को कम किया जाता है। इसके द्वारा सोलर सिस्टम के पावर फैक्टर को बेहतर बनाया जा सकता है।
  • UTL सोलर द्वारा अपने इस सोलर इंवर्टर को खरीदने पर उपभोक्ता को 5 वर्ष की वारंटी प्रदान की जाती है, यदि ऐसे में शर्तों के अनुसार सोलर इंवर्टर खराब होता है तो UTL द्वारा उसे निशुल्क ठीक किया जाता है।
  • UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज इंवर्टर IP65 प्रमाणित इंवर्टर है। यह इंवर्टर धूलरोधी एवं नोजल से प्रक्षेपित पानी से सुरक्षित रहता है।
  • इस सोलर इंवर्टर में लगे सर्ज प्रोटेक्टर द्वारा DC एवं AC पक्षों के लिए ऑनबोर्ड SDP प्रदान की जाती है, सर्ज के खिलाप सुरक्षा की एक लाइन जो मात्र 110 % से ऊपर अल्पकालीन उच्च वोल्टेज है। इसमें बिजली के टर्मिनल एवं यूजेज स्विचिंग कनेक्ट रहते हैं।
  • आज के समय में सोलर इंवर्टर आधुनिक फीचर्स के साथ उपभोक्ता को प्रदान किए जा रहे हैं, ऐसे में UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज इंवर्टर में वाई-फाई एवं मॉनिटरिंग एप्लीकेशन की सुविधा प्रदान की गई है। इनके माध्यम से नेटवर्क की स्थिति, पावर, आवृति, बिजली की खपत आदि की जानकारी को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
  • इस सोलर इंवर्टर मे एक से अधिक सुरक्षा स्तर प्राप्त हैं, जिससे यह सोलर सिस्टम को और अधिक विश्वसनीय बना सकता है।
  • UTL के इस सोलर इंवर्टर की क्षमता अधिक होती है, इसकी अधिकतम दक्षता 98.6% है। सोलर सिस्टम में प्रयोग किए गए इंवर्टर अपनी पूरी दक्षता के अनुसार कार्य नहीं करते हैं, बल्कि ये पावर के एक फ़ंक्शन के रूप में दक्षता प्रोफ़ाइल के अनुसार कार्य करते हैं। इस सोलर सिस्टम की CEC दक्षता 98.2% है, CEC दक्षता एक वार्षिक बिजली वितरण पर एक औसतन परिचालन दक्षता होती है।

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UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज ऐसे खरीदें?

यदि आप ऑनलाइन माध्यम से UTL स्ट्रिंग इन्वर्टर 1kW से 3kW सिंगल फेज इंवर्टर को खरीदना चाहते हैं तो UTL String Inverter 1kW to 3kW Single Phase पर क्लिक करें। यह यूटीएल के आधिकारिक ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल की डायरेक्ट लिंक है, इस सोलर इंवर्टर को आप अपने नजदीकी बाजार से भी खरीद सकते हैं, जिसके लिए आपको अपने निकट के बाजार में UTL के डीलर की जानकारी को प्राप्त करना होता है। इस सोलर इंवर्टर की कीमत लगभग 30,000 रुपये तक हो सकती है। इस पर निर्माता ब्रांड द्वारा 5 वर्ष की वारंटी भी प्रदान की जाती है।

सोलर सिस्टम का प्रयोग अधिक से अधिक मात्रा में कर के ही हरित भविष्य की ओर बढ़ा जा सकता है, क्योंकि इनके प्रयोग से जीवाश्म ईंधन की निर्भरता को कम किया जा सकता है, एवं कार्बन फुटप्रिन्ट को भी कम कर सकते हैं। सोलर सिस्टम पर किए जाने वाले निवेश को बुद्धिमानी का निवेश कहा जाता है, क्योंकि इसके द्वारा अनेक प्रकार के लाभ लंबे समय तक प्राप्त किए जा सकते हैं। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। सोलर सिस्टम से देश की नवीकरणीय ऊर्जा को क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।

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