
घरों में बिजली की जरूरतें आज के समय में हर दिन ही बढ़ रही हैं, जिससे बिजली का बिल भी बढ़ रहा है। बिजली के लोड (Load of Electricity) की सही जानकारी होने पर सही से बिजली का प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही सोलर उपकरणों को लगा कर भी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, और बिल को काफी मात्रा में कम कर सकते हैं। लोड की सही जानकारी होने से बढ़ते बिजली बिल का कारण भी देख सकते हैं।
बिजली के लोड की जानकारी
घरों या किसी भी अन्य स्थान में स्थापित किये गए बिजली के सर्किट के द्वारा चलाए जाने वाली उपकरणों के द्वारा जो बिजली प्रयोग की जाती है, वह ही बिजली का लोड होता है। इसे आसानी से इस प्रकार समझा जा सकता है कि किसी भी डिवाइस को चलाने में प्रयोग की जाने वाली बिजली की खपत बिजली का लोड कहलाती है। बिजली के लोड की जानकारी होने के बाद यूजर अपनी जरूरत के अनुसार सोलर सिस्टम या पावर बैकअप के लिए बैटरी का प्रयोग कर सकते हैं।
बिजली के लोड की कैलकुलेशन
हर देश में बिजली के लोड को अलग-अलग तरीके से निकाल जाता है, लेकिन सार्वजनिक रूप से बिजली की वोल्टेज और करंट से खपत की जानकारी प्राप्त की जाती है। बिजली की इस खपत को मुख्य सर्किट के मैक्सिमम लोड से 20% कम रखना चाहिए। इस सूत्रों की सहायता से बिजली के लोड को प्राप्त कर सकते हैं:-
- एम्पियर (Amp)= Watt/Volt
- Watt= Volt x Amp
- बिजली का टोटल लोड= पावर रेटिंग का योग x प्रतिदिन उपयोग किये जाने वाले घंटों का योग
उपकरणों द्वारा की जाने वाली बिजली की खपत
घरों में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों द्वारा यूज की जाने वाली बिजली की जानकारी को इस प्रकार प्राप्त कर सकते हैं:-
उपकरणों की संख्या | Power Rating | घंटों में उपयोग/दिन | लोड की गणना |
LED बल्ब (4) | 10W/बल्ब | 10 | 4 x 10 x 10 = 400Wh |
फैन (2) | 60W/Fan | 14 | 2 x 60x 14 = 1680Wh |
1 कूलर | 400W | 6 | 1 x 400W x 6 = 2,400Wh |
1 TV | 100W | 4 | 1 x 100W x 4 = 400Wh |
1 फ्रीज | 300W | 12 | 1 x 300W x 12 = 3,600Wh |
कुल लोड | 8,480Wh |
बिजली की कुल खपत = पावर रेटिंग का योग x डाइवरसिटी फैक्टर = 8,480 x 0.8= 6784Wh
बिजली की खपत 6784Wh को यूनिट में 6.784 यूनिट कहा जाएगा, क्योंकि 1 यूनिट में 1000Wh होते हैं, यदि हम एक महीने में इन उपकरणों को इसी प्रकार प्रयोग करें तो कुल खपत 6.784 x 30=203.51 यूनिट।
सही सोलर सिस्टम का करें चयन
बिजली के लोड की गणना करने के बाद सही क्षमता के सोलर सिस्टम को स्थापित किया जा सकता है, यदि 1 महीने में बिजली का टोटल लोड 150 यूनिट तक रहता है तो ऐसे में 1kW क्षमता के सोलर पैनल घर में लगा सकते हैं, जबकि 203 यूनिट बिजली का लोड होने पर 1.5kW का सोलर सिस्टम लगाया जा सकता है। इस सिस्टम से बिजली के बिल को काफी कर सकते हैं।