उत्तराखंड सोलर वाटर हीटर सब्सिडी योजना

Published By SOLAR DUKAN

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उत्तराखंड सरकार के द्वारा सौर उर्जा के उपयोग को बढावा देने के लिये लिये सोलर वाटर हीटर लगवाने पर उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जा रही है। उत्तराखंड सोलर वाटर हीटर सब्सिडी योजना में घरेलू और व्यावसायिक उपयोग दोनों के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है।इस लेख में हम आपको उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा सोलर वाटर हीटर पर दी जाने वाली सब्सिडी के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही आप यह भी जानेंगे कि एक सोलर वाटर हीटर कैसे कार्य करता है। पूरी जानकारी के लिये लेख को अंत तक जरूर पढें।

सोलर वाटर हीटर सब्सिडी योजना उत्तराखंड

योजनाउत्तराखंड सोलर वाटर हीटर सब्सिडी योजना
राज्यउत्तराखंड
सत्र2023
विभागउत्तराखंड ऊर्जा विकास एजेंसी (उरेडा)
लाभार्थीउत्तराखंड राज्य के सभी नागरिक
उद्देश्यउपभोक्ताओं को कम कीमत पर
सौर उर्जा का लाभ देना
आधिकारिक वेबसाइटureda.uk.gov.in
उत्तराखंड सोलर वाटर हीटर सब्सिडी योजना - Uttarakhand Solar Water Heater Subsidy
उत्तराखंड सोलर वाटर हीटर सब्सिडी योजना

यह भी देखें: घर पर सोलर वाटर हीटर क्यों लगवाए

उत्तराखंड राज्य के नागरिको को आवासीय सोलर वाटर हीटर स्थापित करने के लिए अधिकतम 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी उत्तराखण्ड सरकार और उरेडा की ओर से प्रदान की जा रही है। साथ ही व्यवसायिक उपभोक्ताओं के लिये 30 प्रतिशत सब्सिड प्रदान की जायेगी।

इस योजना का लाभ पाने के लिये लाभार्थी को कम से कम 100 लीटर क्षमता का सोलर वाटर हीटर स्थापित करना होगा। उरेडा के द्वारा 100 लीटर सोलर वाटर हीटर की अनुमानित लागत 15000 रूपये से 25000 रूपये तक रखी गयी है। इस प्रकार उपभोक्ताओं को सब्सिडी के साथ साथ बिजली के बिल में भी छूट प्रदान की जायेगी।

सोलर वॉटर हीटर के लिये आवेदन कैसे करें

  • सोलर वॉटर हीटर लगवाने के लिये आपको सबसे पहले आपके क्षेत्र में यह सुविधा प्रदान करने वाली कंपनी से सम्पर्क करना होगा।
  • भारत सरकार के नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाईट के द्वारा आप इन कंपनियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • कंपनी से सम्पर्क करने के बाद आपको एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। फॉर्म में मांगी गयी सभी जानकारी जैसे वॉटर हीटर की क्षमता और रूफटॉप एरिया आदि की जानकारी दर्ज कर दें।
  • इसके बाद अपेक्षित आवश्यक दस्तावेज संलग्न करके आवेदन फॉर्म को संबंधित कंपनी के कार्यालय में जमा कर दें।
  • कंपनी के द्वारा आपके सोलर वॉटर हीटर की क्षमता के अनुसार आपको भुगतान करने के लिये कहा जायेगा और इस पर सरकार और कंपनी की ओर से सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी की जानकारी दी जायेगी।
  • आम तौर पर यह सब्सिडी कुल लागत का 20 से 60 प्रतिशत तक होती है।
  • आपके आवेदन स्वीकार हो जाने के पश्चात कंपनी के द्वारा अपने कर्मचारियों को आपके घर भेजा जायेगा तथा उनके द्वारा सोलर वॉटर हीटर आपके घर में इंस्टाल कर दिया जायेगा।
  • कंपनियां हीटर इंस्टालेशन के लिये कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं लेती है।
  • हीटर इंस्टाल हो जाने के पश्चात आप सब्सिडी का लाभ पाने के लिये कंपनी से सम्पर्क कर सकते हैं।

सोलर वाटर हीटर क्या है

सोलर वाटर हीटर एक ऐसा उपकरण है जो कि सूर्य के प्रकाश की उर्जा और उष्मा को अवशोषित करके गैर परंपरागत उर्जा स्रोतों के बिना पानी को गर्म करने के उपयोग में लाया जाता है।

यह सौर उर्जा के प्राथमिक उपकरणों में से एक है। वर्तमान समय में उत्तराखण्ड में परम्परागत बिजली से चलने वाले हीटर के स्थान पर सोलर वाटर हीटर काफी लोकप्रिय होता जा रहा है। यह दो प्रकार के होते हैं-

ईटीसी सोलर वाटर हीटर

  • ईटीसी सौर वॉटर हीटर समानांतर ग्लास ट्यूबों के एक सेट का उपयोग करता है प्रत्येक में एक धातु अवशोषक ट्यूब होता है।
  • अवशोषक ट्यूब को एक चुनिंदा कोटिंग के साथ लेपित किया जाता है जो सूर्य की उष्मा को प्रभावी ढंग से अवशोषित और बनाए रखने में मदद करता है।
  • संवहन के कारण गर्मी के नुकसान को कम करने के लिए बाहरी ग्लास ट्यूब और आंतरिक अवशोषक ट्यूब के बीच की हवा को खाली कर दिया जाता है।
  • अवशोषित सोलर ऐनर्जी को अवशोषक ट्यूबों के अंदर पानी या गर्मी हस्तांतरण तरल पदार्थ में स्थानांतरित किया जाता है।
  • ईटीसी सोलर वाटर हीटर अपनी दक्षता और ठंडे मौसम में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता के लिए जाना जाता है।

एफपीसी सोलर वॉटर हीटर

  • एफपीसी सोलर वॉटर हीटर में कलेक्टर के रूप में एक फ्लैट इंसुलेटेड धातु की प्लेट होती है जो सौर विकिरण को अवशोषित करने के लिए एक चयनात्मक कोटिंग के साथ लेपित होती है।
  • यह फ्लैट प्लेट कलेक्टर आमतौर पर एक इंसुलेटेड बॉक्स में पारदर्शी कवर जैसे कांच या प्लास्टिक के साथ रखा जाता है ताकि सूरज की रोशनी अंदर आ सके।
  • अवशोषक प्लेट में एम्बेडेड पाइप या चैनल में पानी या एक विशेष फ्लुइड होता है जो अवशोषक सोलर प्लेट के संपर्क में आते ही गर्म हो जाता है।
  • मध्यम जलवायु वाले क्षेत्रों में आमतौर पर एफपीसी सिस्टम का अधिक उपयोग किया जाता है। यह भारत में अधिक प्रचलित सोलर वाटर हीटर है।

सोलर वॉटर हीटर के लाभ

  • अपने घरों अथवा व्यावसायिक उपयोग के लिये सोलर वॉटर हीटर लगवाने से उपभोक्ता बिजली के बिल में अतिरिक्त कटौती का लाभ ले सकता है।
  • सोलर वाटर हीटर लगवाने पर सरकार के द्वारा उपभोक्ता को लागत पर सब्सिडी दी जाती है। साथ ही विभिन्न राज्यों के द्वारा भी राज्य स्तर पर सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • आमतौर पर यह सब्सिडी हीटर की क्षमता और रूफटॉप ऐरिया पर निर्भर करती है। जो कि कुल लागत का 20 से 60 प्रतिशत तक होता है।
  • एक बाद सोलर हीटर लगा लेने पर यह लम्बे समय तक कार्य करता है। आप आसानी से 15 से 20 वर्षों तक इसका उपयोग कर सकते हैं।
  • सोलर वाटर हीटर के प्रयोग से बिजली पारंपरिक संसाधनों पर निर्भरता कम होती है जिससे कि बिजली के बिल में उल्लेखनीय कटौती होती है और बिजली की बचत होती है।
  • यह पर्यावरण की दृष्टि से भी अत्यंत लाभदायक है। क्योंकि यह अन्य उर्जा संसाधनों की तुलना में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करता है।

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