भारत में सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी

Published By SOLAR DUKAN

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भारत में सौर ऊर्जा एक तेजी से बढ़ता उद्योग है और सरकार आवासीय उपयोग के लिए सोलर सिस्टम और सोलर वॉटर हीटर जैसी प्रणालियों को अपनाने को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही है। स्वच्छ ऊर्जा में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार सोलर सिस्टम को उपभोक्ताओं के लिए अधिक सुलभ और सस्ता बनाने के लिए कई प्रकार की योजनायें संचालित करती है। इनमें सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी (Solar Water Heater subsidy) और अन्य सोलर सिस्टम पर सब्सिडी भी शामिल है।

इस लेख में आपको सोलर वॉटर हीटर पर मिलने वाली सब्सिडी और सरकार के द्वारा विभिन्न सोलर सिस्टम्स पर दी जाने वाली सब्सिडी की जानकारी देने जा रहे हैं। पूरी जानकारी के लिये लेख को अंत तक अवश्य पढें।

भारत में सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी - solar system for home in india government subsidy
भारत में सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी

भारत में सोलर सिस्टम

सोेलर ऐनर्जी से जुडने की ओर भारत के द्वारा सबसे प्रमुख पहल साल 2010 में की गयी थी। इस वर्ष जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन लांच किया गया था। सरकार के इस प्रमुख मिशन का उद्देश्य सौर उर्जा उत्पादन को बढावा देना, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करना और नवीकरणीय तथा स्थायी उर्जा स्रोतों के उपयोग को बढावा देना है।

इस मिशन के तहत ही भारत सरकार के द्वारा सबसे पहले सोलर सिस्टम के क्षेत्र में प्रोत्साहन देने की नीति को लागू किया गया था। इसमें आवासीय सोलर पैनल इंस्टाल करने पर सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी, जेनरेशन आधारित प्रोत्साहन और कम ब्याज वाली ऋण सुविधायें शामिल हैं।

सोलर वॉटर हीटर के लिये आवेदन कैसे करें

  • सोलर वॉटर हीटर लगवाने के लिये आपको सबसे पहले आपके क्षेत्र में यह सुविधा प्रदान करने वाली कंपनी से सम्पर्क करना होगा।
  • भारत सरकार के नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाईट के द्वारा आप इन कंपनियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • कंपनी से सम्पर्क करने के बाद आपको एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। फॉर्म में मांगी गयी सभी जानकारी जैसे वॉटर हीटर की क्षमता और रूफटॉप एरिया आदि की जानकारी दर्ज कर दें।
  • इसके बाद अपेक्षित आवश्यक दस्तावेज संलग्न करके आवेदन फॉर्म को संबंधित कंपनी के कार्यालय में जमा कर दें।
  • कंपनी के द्वारा आपके सोलर वॉटर हीटर की क्षमता के अनुसार आपको भुगतान करने के लिये कहा जायेगा और इस पर सरकार और कंपनी की ओर से सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी की जानकारी दी जायेगी।
  • आम तौर पर यह सब्सिडी कुल लागत का 20 से 60 प्रतिशत तक होती है।
  • आपके आवेदन स्वीकार हो जाने के पश्चात कंपनी के द्वारा अपने कर्मचारियों को आपके घर भेजा जायेगा तथा उनके द्वारा सोलर वॉटर हीटर आपके घर में इंस्टाल कर दिया जायेगा।
  • कंपनियां हीटर इंस्टालेशन के लिये कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं लेती है।
  • हीटर इंस्टाल हो जाने के पश्चात आप सब्सिडी का लाभ पाने के लिये कंपनी से सम्पर्क कर सकते हैं।

सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी

भारत में सौर उर्जा से सम्बन्धित एक अलग मंत्रालय का गठन किया गया है। नवीन और नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय (MNRE) भारत सरकार सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी सहित अन्य सोलर सिस्टम्स और उनकी योजनाओं को लागू करने के लिये उत्तरदायी निकाय है।

  • यह आवासीय, व्यवसायिक के साथ साथ सामाजिक क्षेत्रों में सोलर वॉटर हीटर स्थापित करने के लिये वित्तीय प्रोत्साहन और सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी के माध्यम से सहायता प्रदान करता है।
  • MNRE द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी राशि सोलर वॉटर हीटर के प्रकार और उसकी क्षमता के आधार पर भिन्न भिन्न होती है।
  • सोलर वॉटर हीटर को स्थापित करने में आने वाली लागत और तकनीकी दृष्टि पर आधारित क्षमता पर आधारित दरों का निर्धारण NMRE के द्वारा किया जाता है।
  • प्रदान की जाने वाली सब्सिडी राशि की गणना मानक लागत पर सरकार के द्वारा निर्धारित प्रतिशत को लागू करके की जाती है।

सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी के लिए पात्रता

सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए, व्यक्तियों या संस्थानों को कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करने की आवश्यकता होती है। यह मानदंड उर्जा विभाग के द्वारा जारी किये जाते हैं तथा आपके आवेदन करने पर आपको इस सम्बन्ध में सूचित किया जाता है-

  • इन मानदंडों में स्वीकृत निर्माताओं या विक्रेताओं से सोलर वॉटर हीटर प्राप्त करना, तकनीकी विशिष्टताओं का पालन करना और MNRE द्वारा प्रदान किए गए स्थापना दिशानिर्देशों का पालन करना शामिल है।
  • सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया में आमतौर पर चरणों की एक श्रृंखला शामिल होती है। सबसे पहले, आवेदक को MNRE द्वारा अनुमोदित सोलर वॉटर हीटर निर्माता या विक्रेता की पहचान करनी होगी।
  • फिर, उन्हें सिस्टम की क्षमता और इसकी लागत जैसे विवरणों के साथ आवश्यक दस्तावेज और आवेदन पत्र संबंधित कंपनी को जमा करने होंगे।
  • सत्यापन और अनुमोदन के बाद, सब्सिडी राशि लाभार्थी के बैंक खाते में प्रदान की जाती है।

सोलर वॉटर हीटर के लाभ

  • अपने घरों अथवा व्यावसायिक उपयोग के लिये सोलर वॉटर हीटर लगवाने से उपभोक्ता बिजली के बिल में अतिरिक्त कटौती का लाभ ले सकता है।
  • सोलर वाटर हीटर लगवाने पर सरकार के द्वारा उपभोक्ता को लागत पर सब्सिडी दी जाती है। साथ ही विभिन्न राज्यों के द्वारा भी राज्य स्तर पर सोलर वॉटर हीटर सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • आमतौर पर यह सब्सिडी हीटर की क्षमता और रूफटॉप ऐरिया पर निर्भर करती है। जो कि कुल लागत का 20 से 60 प्रतिशत तक होता है।
  • एक बाद सोलर हीटर लगा लेने पर यह लम्बे समय तक कार्य करता है। आप आसानी से 15 से 20 वर्षों तक इसका उपयोग कर सकते हैं।
  • सोलर वाटर हीटर के प्रयोग से बिजली पारंपरिक संसाधनों पर निर्भरता कम होती है जिससे कि बिजली के बिल में उल्लेखनीय कटौती होती है और बिजली की बचत होती है।
  • यह पर्यावरण की दृष्टि से भी अत्यंत लाभदायक है। क्योंकि यह अन्य उर्जा संसाधनों की तुलना में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करता है।

सोलर वाटर हीटर के लिये कौन व्यक्ति आवेदन कर सकता है?

भारत का कोई भी नागरिक अपने आवासीय या व्यावसायिक उपयोग के लिये सोलर वाटर हीटर इंस्टालेशन के लिये आवेदन कर सकता है।

एक बार सोलर हीटर लगाने के बाद इसे कितने वर्षों तक उपयोग में लाया जा सकता है?

सोलर वाटर हीटर की कार्य अवधिक काफी अधिक होती है। आमतौर पर एक बार इंस्टालेशन के पश्चात इसे आसानी से 15 से 20 वर्षों तक उपयोग में लाया जा सकता है।

अपने घर में सोलर वाटर हीटर लगवाने के लिये कितना शुल्क देना होगा?

आवासीय भवनों मे सोलर वाटर हीटर लगवाने की लागत हीटर की क्षमता और राज्य की उर्जा नीति पर निर्भर करता है। क्षेत्र के आधार पर भी यह शुल्क अलग अलग हो सकता है। अधिक जानकारी के लिये आप उर्जा विभाग के कार्यालय अथवा यह सेवायें प्रदान करने वाली कंपनी से सम्पर्क कर सकते हैं।

सोलर वाटर हीटर पर कितनी सब्सिडी प्राप्त होती है?

यह आपके द्वारा लगाये गये सोलर हीटर की क्षमता और क्षेत्र पर निर्भर करता है। भारत में आमतौर पर सोलर हीटर पर मिलने वाली राशि कुल लागत का 20 से 60 प्रतिशत तक होती है।

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