सौर ऊर्जा के प्रकार: विशेषताएं, उपयोग और लाभ : Types of Solar Energy

Published By SOLAR DUKAN

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सूर्य से आने वाले प्रकाश, सूर्य की किरणों एवं विकिरणों से प्राप्त होने वाली ऊर्जा को सौर ऊर्जा कहते हैं। ऊर्जा का सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत सूर्य है। यदि पृथ्वी पर सूर्य की ऊर्जा नया आए तो यहाँ जीवन संभव भी नहीं है। सूर्य से कई प्रकार की ऊर्जा हमें प्राप्त होती है। इस ऊर्जा का प्रयोग कर पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखा जा सकता है। यह पर्यावरण के अनुकूल ही कार्य करती है।

इस लेख से आप सौर ऊर्जा के प्रकार (Types of Solar Energy), इस ऊर्जा की विशेषताएं, सौर ऊर्जा एक उपयोग एवं इसके लाभ की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सौर ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा है। इसे नवीकरणीय ऊर्जा के रूप में भी जाना जाता है। क्योंकि ऊर्जा के रूप को अन्य ऊर्जा में भी परिवर्तित किया जा सकता है।

सौर ऊर्जा के प्रकार: विशेषताएं, उपयोग और लाभ : Types of Solar Energy
सौर ऊर्जा के प्रकार

सौर ऊर्जा के प्रकार

सौर फोटोवोल्टिक ऊर्जा (Solar PV Energy)

फोटो-वोल्टिक सेल जिन्हें सोलर सेल या PV सेल भी कहा जाता है। सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने का कार्य करते हैं। ये अर्द्धचालक तत्वों जैसे सिलिकॉन से बनाएं जाते हैं। इस परिवर्तित ऊर्जा को ही सोलर फोटोवोल्टिक एनर्जी कहते हैं। इसका प्रयोग घरों में, कारखानों में, अनेक छोटे-छोटे उपकरणों में किया जाता है। सोलर सिस्टम इस ऊर्जा को संग्रहीत करने वाला एक पूरा सिस्टम होता है, जिसमें सोलर पैनल, सोलर चार्ज कन्ट्रोलर, सोलर इंवर्टर एवं सोलर बैटरी सम्मिलित होती है। सोलर बैटरियों में विद्युत ऊर्जा को दिष्ट धारा (DC) रूप में रखा जाता है।

सौर तापीय ऊर्जा (Solar Thermal Energy)

सूर्य से प्राप्त होने वाली सौर तापीय ऊर्जा का प्रयोग विद्युत का उत्पादन करने एवं हवा/पानी को गर्म करने में किया जाता है। इस ऊर्जा का प्रयोग बड़े-बड़े सौर तापीय सयन्त्रों (Plants) में किया जाता है। इसमें सूर्य से प्राप्त होने वाली गर्मी/ऊष्मा का प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग सोलर वाटर हीटर, अंतरिक्ष हीटिंग, सौर संग्राहक, CSP (Centric Solar Power) में किया जाता है।

निष्क्रिय सौर ऊर्जा (Passive Solar Energy)

सूर्य की इस प्राकृतिक ऊर्जा से आवासों को गर्म, ठंडा किया जाता है। इसे आसान शब्दों में ऐसे कह सकते हैं कि किसी भी यांत्रिक उपकरण का उपयोग किए बिना सौर ऊर्जा को प्रवेश करने से रोका जाता है। इसके लिए Insulation, Ventilation, Thermal Mass जैसे डिजाइन निर्मित किए जाते है।

सोलर ऊर्जा की विशेषताएं

सौर ऊर्जा की विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  • सूर्य से प्राप्त होने वाली इस ऊर्जा की मात्रा प्रचुर है। इसकी गणना इस से ही कर सकते हैं कि सूर्य कई सदियों से यह ऊर्जा प्रदान किए जा रहा है यह नवीकरणीय ऊर्जा है।
  • सौर ऊर्जा से पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। यह पर्यावरण के अनुकूल है। इस से किसी प्रकार का कोई प्रदूषण या हानिकारक गैस का उत्सर्जन नहीं होता है। सौर ऊर्जा का प्रयोग करने से कार्बन फुटप्रिंटस को कम किया जा सकता है।
  • सौर ऊर्जा से संबंधित सिस्टम स्थापित करने पर प्लांट का प्रयोग कर लंबे समय तक सौर ऊर्जा का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यह आर्थिक रूप से भी नागरिक की बचत करता है।
  • सौर ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा बनाने के लिए सोलर पैनलों को ग्रिड के अनुसार स्थापित किया जाता है। जिसमें ऑफ ग्रिड में बैटरी में बिजली को संग्रहीत किया जाता है एवं ऑन ग्रिड में ग्रिड के साथ सौर ऊर्जा को साझा करते हैं।
  • सौर ऊर्जा से संबंधित प्लांटों के निर्माण, रखरखाव, अनुसंधान एवं विकास के लिए इंसानों की आवश्यकता होती है इसके संयंत्र रोजगार प्रदान करते हैं।
  • सौर ऊर्जा का प्रयोग ग्रामीण और शहरी हर प्रकार के क्षेत्र में किया जा सकता है। ऐसे स्थानों पर जहां ग्रिड द्वारा बिजली नहीं भेजी जा सकती है, ऐसे स्थानों पर भी सोलर पैनल के माध्यम से बिजली का उत्पादन किया जा सकता है।
  • सौर ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा है, इसके लिए वैज्ञानिक अनेक उपकरणों का निर्माण कर रहे हैं, जिनमें कुछ उच्च दक्षता के होते हैं जो सौर ऊर्जा का प्रयोग भी उच्च प्रकार से कर सकते हैं।

सोलर ऊर्जा के उपयोग

सौर ऊर्जा का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है, जिनमें से कुछ उपयोग इस प्रकार हैं:

  • सोलर पैनल की सहायता से सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है। जिसके लिए अर्द्धचालकों से निर्मित सोलर सेल का प्रयोग होता है। इस से ईंधनों से निर्मित होने वाली विद्युत पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • पानी या हवा गर्म करने के लिए सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जाता है। सौर वाटर हीटर, सौर संग्राहक इसके लिए कार्य करते हैं। यह प्लांट भले ही महंगा हो लेकिन यह नागरिक की आर्थिक रूप से बचत करने में सहायक है।
  • सौर ऊर्जा का प्रयोग कर खाना बनाया जा सकता है। सौलर कुकर एक ऐसा उपकरण है, जिसके द्वारा नागरिक आसानी से सौर ऊर्जा की उपस्थिति में भोजन बना सकता है।
  • कृषि के क्षेत्र में सौर ऊर्जा का प्रयोग करने के लिए सोलर पंप हैं। इनके द्वारा किसान सिंचाई कर सकते हैं, सौर ऊर्जा द्वारा ही फलों, बीजों आदि को सूखा कर सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्ज करने के लिए सोलर चार्जिंग स्टेशन का प्रयोग किया जाता है। जिनके उपयोग से किसी प्रकार का भी प्रदूषण उत्पन्न नहीं होता है।
  • सौर ऊर्जा का प्रयोग वैज्ञानिक अंतरिक्ष प्रोग्रामों में भी करते हैं। सौर ऊर्जा से ही कई कृत्रिम उपग्रह कार्य करते हैं।
  • सौर ऊर्जा की सहायता से खारे पानी को पीने योग्य बनाया जा सकता है। जिसके लिए Solar Distillation का प्रयोग किया जाता है।
  • सौर ऊर्जा का प्रयोग करने के लिए कई सारे उपकरणों का प्रयोग किया जा सकता है, जिनमें कैलकुलेटर, फ्लैशलाइट, चार्जर, स्ट्रीटलाइट्स, गार्डन लाइट्स,सोलर गाड़ियां, नावें आदि प्रमुख हैं।

सौर ऊर्जा के लाभ

  • जैसा कि सौर ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा है, सौर ऊर्जा में निवेश करने पर उपभोक्ता लंबे समय तक लाभ प्राप्त कर सकता है।
  • यह अन्य ऊर्जा के स्रोतों से अलग है यह पर्यावरण में किसी प्रकार का कोई प्रदूषण उत्पन्न नहीं करता है।
  • सौर ऊर्जा का प्रयोग घरेलू उपकरणों को संचालित करने में भी किया जा सकता है, इसके उपयोग उपर्युक्त हैं।
  • सोलर पैनल से बिजली प्राप्त करने पर उपभोक्ता लगभग 25 सालों तक निशुल्क बिजली प्राप्त कर सकता है, इसकी सहायता से वह आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकता है।
  • सौर ऊर्जा मानव शरीर के लिए भी आवश्यक होती है। इस से हमें विटामिन D प्राप्त होता है।

निष्कर्ष

प्राकृतिक ऊर्जा के भंडार सूर्य की सौर ऊर्जा बहुमुखी एवं महत्वपूर्ण संसाधन है, जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार से हम कर सकते हैं वह हमें भिन्न-भिन्न रूपों में प्राप्त होती है। प्रत्येक प्रकार के अपने अद्वितीय अनुप्रयोग एवं लाभ हमें प्राप्त होते हैं। सौर ऊर्जा के प्रकार, उपयोग एवं लाभ की जानकारी आप आसानी से समझ सकते हैं।

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