भारत में सोलर पैनल लगवाने का खर्चा कितना होगा, (Solar Panel Installation Cost in India)

Published By SOLAR DUKAN

Published on

वर्तमान में सौर ऊर्जा का प्रयोग पूरी दुनियां में हो रहा है। यह जहां एक ओर नागरिकों को बिजली के भारी बिल से राहत प्रदान करता है तो दूसरी ओर यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। इसलिए इसका प्रयोग करने के लिए सबको प्रेरित किया जा रहा है। सोलर पैनलों की क्षमता को बढ़ाने के भी निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। भारत में सोलर पैनल लगवाने का खर्चा सोलर पैनल के प्रकार, सोलर सिस्टम एवं चयनित कम्पनी के आधार पर निर्भर करता है।

भारत में भी सोलर पैनलों का प्रयोग अधिक होने लगा है। नागरिक सौर ऊर्जा के प्रयोग से घर या व्यावसायिक क्षेत्र के लिए विद्युत निर्माण कर रहे हैं। वर्तमान में भारत में सोलर पैनल लगवाने का खर्चा कितना होगा। यह इस पर ही निर्भर करता है कि नागरिक घर के लिए या व्यावसायिक क्षेत्र के लिए बिजली का उत्पादन कर रहे हैं। वे किस प्रकार के सोलर पैनल एवं सिस्टम की स्थापित कर रहे हैं।

भारत में उपलब्ध सोलर पैनलों के प्रकार

भारत में सोलर पैनल के उपभोक्ताओं के लिए बहुत बड़ा बाजार है यहां बहुत सी बड़ी कंपनियां एवं छोटी कंपनियां सोलर पैनल का विनिर्माण एवं विक्रय कर रही हैं। भारत में मुख्यतः 3 प्रकार के सोलर पैनल उपलब्ध हैं:

  • पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल (Polycrystalline Solar Panel)- ये सबसे पुरानी तकनीक में बनाये जाने वाले मल्टी क्रिस्टल सोलर पैनल होते हैं। इनकी औसतन दक्षता 17% है। ये सामान्यतः नीले रंग के होते हैं। इस प्रकार के सोलर पैनल सिर्फ धूप होने पर ही कार्य करते हैं। बादल या मौसम के खराब होने पर ये विद्युत उत्पन्न नहीं करते हैं।
  • मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल (Monocrystalline Solar Panel)- सामान्यतः काले रंग के मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल, पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की तुलना में महंगे होते हैं पर इनकी विद्युत उत्पन्न करने की दक्षता उनसे अधिक औसतन 21% होती है। धूप होने पर भी एवं बादल होने पर भी ये बिजली बनाते हैं।
  • बाइफेशियल सोलर पैनल (Bifacial Solar Panel)- ये सबसे आधुनिक तकनीक से बनाये जाने वाले सोलर पैनल हैं। इनके द्वारा दोनों ओर से विद्युत का निर्माण किया जाता है। इसलिए इनकी दक्षता अन्य दो की तुलना में अधिक होती है। वर्तमान में भारतीय बाजारों में कम है क्योंकि ये अधिक महंगे होते हैं।

सोलर सिस्टम के प्रकार

सोलर पैनलों को स्थापित करने की प्रक्रिया सोलर सिस्टम है इनके अनुसार ही सोलर पैनल स्थापित करने के लिए उपकरण लगाए जाते हैं: सोलर सिस्टम के प्रकार क्या हैं

  • ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम– इसमें ग्रिड के साथ सोलर पैनलों की बिजली का आयात-निर्यात किया जाता है। इसमें सोलर पैनल, इन्वर्टर, नेट मीटर जैसे उपकरण लगाए जाते हैं। इसमें बिजली की शुद्ध यूनिट के अनुसार ही बिल प्राप्त होता है। इसका प्रयोग ज्यादातर व्यवसायी क्षेत्रों में किया जाता है। 1 किलोवाट के सोलर पैनल को ऑन-ग्रिड सिस्टम से लगाने में 50 हजार से 80 हजार रूपये का खर्चा होता है।
  • ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम– इसमें सोलर पैनल से चार्ज कंट्रोलर को कनेक्ट कर बिजली को बैटरी में संग्रहित किया जाता है। भारत में अधिकांशतः इसी सिस्टम का प्रयोग होता है। इसमें ग्रिड के साथ बिजली को साझा नहीं किया जाता है। 1 किलोवाट के सोलर पैनल को ऑफ-ग्रिड सिस्टम के माध्यम से लगाने में 60 हजार से 1 लाख रुपये का खर्चा होता है।

कम क्षमता के सौर पैनलों की कीमत

सोलर पैनलों की कीमत प्रति वाट के अनुसार परिवर्तित होते रहती है। कम क्षमता के सोलर पैनलों पर यह 80-100 रूपये प्रति वाट हो सकती है। नीचे दी गयी सारणी में सोलर पैनल की क्षमता एक औसत है यह कम-ज्यादा हो सकती है।

सोलर पैनल की क्षमता सोलर पैनल की कीमत
10 वाट1000 से 1500 रूपये
30 वाट1500 से २५०० रूपये
50 वाट2000 से 3500 रूपये
75 वाट (mono)4000 से 5000 रूपये
100 वाट4000 से 5000 रूपये

उच्च क्षमता के सौर पैनलों की कीमत

उच्च क्षमता के सोलर पैनलों के लिए प्रतिवाट क्षमता 50-80 रूपये हो सकती है। नीचे दी गयी सारणी में सोलर पैनलों की कीमत औसतन है यह कम ज्यादा हो सकती है।

सौर पैनल की क्षमता सौर पैनल की कीमत
1 किलोवाट35 हजार से 50 हजार रूपये
2 किलोवाट50 हजार से 70 हजार रूपये
2.5 किलोवाट70 हजार से 1 लाख रूपये
3 किलोवाट1.20 लाख से 2 लाख रूपये
5 किलोवाट2.50 लाख से 4 लाख रूपये

सोलर चार्ज कंट्रोलर की कीमत

ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम को स्थापित करने में सोलर चार्ज कंट्रोलर की आवश्यकता होती है। सोलर चार्ज कंट्रोलर अनेक कंपनियों द्वारा निर्मित बाजार में उपलब्ध हैं इनकी कीमत 1000 रूपये से शुरू होती है और 20 हजार रूपये के भी ये उपलब्ध हैं अपनी आवश्यकता के अनुसार उपभोक्ता इन्हे प्रयोग करते हैं।

सोलर इन्वर्टर की कीमत

सोलर पैनल की क्षमता के आधार पर सोलर इन्वर्टर का प्रयोग किया जाता है। इन्वर्टर द्वारा DC को AC में परिवर्तित किया जाता है। अलग-अलग ब्रांडो के आधार पर इनकी कीमत अलग-अलग होती हैं। इनकी कीमत 10 हजार रूपये से शुरू है। यह दो प्रकार की तकनीक PWM एवं MPPT में बने होते हैं। जिनमें MPPT आधुनिक है एवं यह PWM की तुलना में अच्छी और महंगी है।

भारत में सोलर पैनल लगवाने का खर्चा कितना होगा

भारत में सोलर पैनल स्थापित करने का खर्चा औसतन सारणी के अनुसार होता है:

ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम सोलर पैनल की कीमत (रूपये)इन्वर्टर की कीमत (रूपये)कुल लागत (रूपये)
1 किलोवाट35,000- 50,00010,000-25,00050,000- 80,000
2 किलोवाट50,000-70,00015,000-30,0001 लाख से 2 लाख
2.5 किलोवाट70,000-1 लाख30,000-50,0001.25 लाख से 2 लाख
3 किलोवाट1.20 लाख से 2 लाख50,000-1 लाख1.50 लाख से 3 लाख
5 किलोवाट2.50 लाख से 5 लाख1 लाख-2 लाख3.50 लाख से 6 लाख

ऑफ ग्रिड सिस्टम में बैटरी की सहायता से बिजली को संग्रहित किया जाता है। यह ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम से महंगा है। यह घरों में प्रयोग किया जाता है। इसमें बैटरी का मूल्य 10 हजार से शुरू है। जैसे 1 Kw का सोलर पैनल स्थापित करने के लिए 60 हजार से 1 लाख रूपये तक का खर्चा हो सकता है। वहीं 5 किलोवाट का ऑफग्रिड सिस्टम स्थापित करने में 4 लाख से 7 लाख रूपये तक की कुल लागत हो सकती है।

भारत में सोलर पैनल स्थापित करने पर प्रदान सब्सिडी

भारत में सोलर पैनल स्थापित करने के लिए अनेक योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं सोलर रूफटॉप योजना के अनुसार आप 3 किलोवाट तक का सोलर प्लांट स्थापित करने पर 40% सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं एवं 3 किलोवाट से 10 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट स्थापित करने पर आपको 20% सब्सिडी प्रदान की जाएगी। योजनाओं के लाभ से भारत के नागरिक सोलर पैनल स्थापित करने में होने वाले खर्चे को कम कर सकते हैं।

Solar Panel Installation Cost in India FAQ

भारत में सोलर पैनल लगवाने का खर्चा कितना होगा?

भारत में सोलर पैनल लगवाने का खर्चा सोलर पैनल के प्रकार, सोलर सिस्टम एवं चयनित कम्पनी के आधार पर कम-ज्यादा हो सकता है। घरों में लगने वाले 1 किलोवाट के सोलर पैनल को स्थापित करने में 50 हजार से 1 लाख रूपये तक खर्चा हो सकता है।

भारत में कितने प्रकार के सोलर पैनल उपलब्ध हैं?

भारत में मुख्यतः तीन प्रकार के सोलर पैनल उपलब्ध हैं:
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल, मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल एवं बाइफेशियल सोलर पैनल

क्या भारत में सोलर पैनल स्थापित करने पर सब्सिडी प्रदान की जाती है?

हाँ भारत में 3 किलोवाट तक के सोलर पैनल को स्थापित करने पर 40% एवं 3 किलोवाट से 10 किलोवाट तक सोलर पैनल को स्थापित करने पर 20% सब्सिडी प्रदान की जाती है।

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें