भारत में महंगा हो सकता है सोलर पैनल

सोलर पैनल का निर्माण करने के लिए 80% से अधिक कच्चा माल चीन से आयात करता है। यदि वियतनाम एवं थाईलैंड की चाइनीज कंपनियों को भी जोड़ा जाए तो देश में 95% सोलर पैनल का कच्चा माल इनसे आयात होता है।

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सोलर पैनल का प्रयोग भारत में बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा है। ऐसे में भारत में महंगा हो सकता है सोलर पैनल, जैसी खबर उस भी नागरिकों के लिए चिंता का विषय बन सकती है, जो सोलर सिस्टम को स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं। चीन की सोलर उत्पादन एवं निर्यातक कंपनियों जैसे JA सोलर, त्रिना सोलर एवं राइजेन सोलर ने सप्लाई के कॉन्ट्रैक्ट पूरा नहीं करने की धमकी दी हैं। जिसका कारण उनके द्वारा पॉलीसिलिकॉन की कीमतों में आई वृद्धि को बताया है। पॉलीसिलिकॉन का प्रयोग सोलर पैनल में सोलर सेल बनाने के लिए किया जाता है।

भारत में महंगा हो सकता है सोलर पैनल
भारत में महंगा हो सकता है सोलर पैनल

भारत में महंगा हो सकता है सोलर पैनल

भारत की सोलर उत्पादक कंपनियों जैसे Renew Power, Azure Power, Avaada Energy, Greenko एवं O2 द्वारा संचालित होने वाले प्रोजेक्ट सोलर पैनल महंगे होने से अटक सकते हैं। भारतीय ब्रांड द्वारा बताया गया है कि चाइनीज कंपनियां कीमत बढ़ाने के लिए ऐसा कर रही है। यदि चाइनीज कंपनियां सोलर पैनल की सप्लाई में रोक लगाती है, तो ऐसे में देश में बन रहे अनेक सोलर पावर के कई गीगावाट के प्रोजेक्ट रुक सकते हैं। वर्तमान में भारत अपने सोलर पैनल का निर्माण करने के लिए 80% से अधिक कच्चा माल चीन से आयात करता है। यदि वियतनाम एवं थाईलैंड की चाइनीज कंपनियों को भी जोड़ा जाए तो देश में 95% सोलर पैनल का कच्चा माल इनसे आयात होता है।

भारतीय सोलर कंपनियों द्वारा MNRE (नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय) भारत सरकार से JA Solar जैसी कंपनियों को ब्लैक्लिस्ट करने की मांग की है। जिसके लिए भारतीय ब्रांड द्वारा चाइनीज कंपनियों के BIS एप्रूवल को खत्म करने की मांग की गई है। ऐसा होने पर चाइनीज ब्रांड भारत में अपने सोलर उत्पादन को भारत में नहीं बेच पाएंगे। पूर्व में सोलर पैनल की कीमत 18 सेंट/वाट थी अब यह बढ़कर 22 सेंट/वाट हो गई है। चाइनीज ब्रांड ने अपनी कीमतों को 24 सेंट/वाट कर दिया है। ऐसा होने पर टैरिफ को पूरा नहीं किया जा सकता है।

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बात करें पॉलीसिलिकॉन की तो इनकी कीमतों में 343 % की बढ़त पिछले साल से देखी गई है। एवं लगातार इनकी कीमत में वृद्धि देखी जा रही है। हाल में ही इनकी कीमतों में 148 % की वृद्धि हुई है, जिस से सोलर पैनल की कीमत भी 33% तक बढ़ गई है। ऐसा होने पर भारतीय ब्रांड अपने सोलर पैनल की सप्लाई से उन प्रोजेक्ट को स्थापित नहीं कर पाएगी, जिनका कार्य चल रहा है। आने वाले समय में मेड इन इंडिया सोलर पैनल बनने पर इन ब्रांड को अधिक लाभ प्राप्त होगा।

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