ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम – घर के लिए सोलर सिस्टम

Published By SOLAR DUKAN

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ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम एक ऐसा सोलर प्रणाली है जो जलवायु परिवर्तन और इलेक्ट्रिसिटी की स्वायत्तता को बढ़ाने के लिए उपयोगी है। यह एक प्रकार का सोलर प्रणाली है जो सूरज की ऊर्जा को बिजली में बदल देती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम बैटरी पर आधारित सिस्टम होता है जिसमें की बिजली को उत्पन्न करने के लिए सरकारी ग्रिड की आवश्यकता नहीं होती है।

जैसा की आपको इसके नाम से ही पता लग रहा है की ऑफ ग्रिड यानी बिना बिजली के काम करने वाला, यह सिस्टम दिन के समय सूरज की रौशनी का इस्तेमाल करके बिजली को उत्पन्न करता है तथा घरेलू उपकरणों को चलाता है।

इसमें जितनी भी अतिरिक्त ऊर्जा बच जाती है वह बैटरी में संग्रहित हो जाती है। जब रात में सूर्य का प्रकाश नहीं आता है तब उपकरणों को चलाने के लिए बैटरी में बची ऊर्जा का उपयोग किया जाता है। और यदि बिजली का अतिरिक्त उत्पादन होता है, तो यह अतिरिक्त बिजली को बिक्री के लिए सरकारी ग्रिड से जोड़ा जा सकता है।

यह सोलर प्रणाली ऊर्जा की बचत करने में मदद करती है और पर्यावरण के प्रति भी मददगार साबित होती है।

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम - घर के लिए सोलर सिस्टम (Off Grid Solar System)
ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम

यह एक प्रकार का ऐसा सोलर सिस्टम होता है जिसमें की उपयोग होने वाले पैनल DC करंट को उत्पन्न करते हैं। इस सोलर सिस्टम की मदद से आप आसानी डीसी उपकरणों को आसानी से चला सकते हैं। AC उपकरणों को चलाने के लिए ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी, इन्वर्टर और सोलर चार्ज कंट्रोलर की जरुरत पड़ती है।

आमतौर पर जो लोग सोलर सिस्टम को लगवाना चाहते हैं उनमें से लगभग 90 प्रतिशत लोग ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम को लगवाना पसंद करते हैं। आपका ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम जितना बड़ा होगा उतने ज्यादा समय तक बैकअप देगा।

ऑफ ग्रिड सोलर प्राइस लिस्ट

अगर आप सोलर सिस्टम को लगाने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इसमें केवल एक बार ही निवेश करना होगा। इसके लिए आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत के बारे में सभी प्रकार की जानकारी होनी चाहिए।

घरेलू उपयोग हेतु ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत 69 हजार रुपये से शुरू होती है। यह सोलर पैनल, सोलर बैटरी, सोलर इन्वर्टर, और स्ट्रक्चर के साथ पूरा सोलर का कॉम्बो है।

यहाँ हमारे द्वारा ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत का विवरण दिया है, अधिक जानने के लिए आगे देखें:-

सोलर सिस्टम मॉडलकीमत
1 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य (12 V)69,699/- रूपये
1 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य (24 V)83,199/- रूपये
2 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य1,61,399/- रूपये
3 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य2,07,499/- रूपये
5 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य3,52,199/- रूपये
6 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य4,45,256/- रूपये
7.5 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य5,17,999/- रूपये
10 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य6,41,099/- रूपये

जगह, उपलब्धता तथा ब्रांड के अनुसार इन सोलर सिस्टम की कीमत में आपको थोड़ा बहुत अंतर देखने के लिए मिलेगा।

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम: उपकरण और वर्किंग

आपको ऑफ़ ग्रिड सिस्टम से संबंधित सभी उपकरणों के बारे में पता होना चाहिए, तथा यह भी आपको पता होना चाहिए की ये उपकरण किस प्रकार कार्य करते हैं।

इन सभी उपकरणों के आवश्यकता को आप तभी समझ सकते हैं जब इसके कार्य के बारे में पढ़ेंगे। ये उपकरण निम्न हैं:-

  • सोलर पैनल
  • सोलर इन्वर्टर
  • सोलर बैटरी

सोलर पैनल:- सोलर पैनल सूरज की ऊर्जा को सोखते हैं तथा इसे DC पावर में बदल देते हैं।

सोलर इन्वर्टर:- सोलर पैनल द्वारा DC वोल्टेज को रेगुलेटेड करने तथा उसे AC में बदलने के लिए सोलर इन्वर्टर का उपयोग किया जाता है। इसी के माध्यम से यह पता लगता है की सोलर पैनल के द्वारा ऊर्जा का कितना उत्पादन किया जा रहा है।

सोलर बैटरी:- जो भी अतिरिक्त बिजली होती है वह सोलर बैटरी में स्टोर की जाती है, जिससे की आवश्यकता पढ़ने पर बैटरी बैंक में स्टोर सोलर पावर को इस्तेमाल किया जा सकता है।

ऑफ ग्रिड सोलर के लाभ और हानि

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने के बाद आप अपने बिजली के कटौती से बच सकते हैं तथा यहाँ तक की आप अपने बिजली बिल को शून्य तक कर सकते हैं। इस सिस्टम के कुछ लाभ तथा हानि भी हैं जिनके बारे में हम आगे आपको बताएंगे:-

लाभ

  • जिस हिसाब से आप इसका उपयोग करेंगे उस हिसाब से 6-48 घंटे का बैटरी बैकअप आराम से दे देगा। क्योंकि इसमें बिजली को धारण करने की क्षमता होती है तो आप इसका उपयोग कभी भी कर सकते हैं।
  • ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम आपकी सरकारी ग्रिड पर निर्भर नहीं रहता है।
  • बिजली ग्रिड के बिना ही ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम काम करता है। इससे आपको बिजली के बिल का भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा।
  • गर्मी के मौसम में एक मध्यम आकार के एयर कंडीशनिंग को भी यह आराम से पावर दे देगा।
  • इस सिस्टम की जो PAYBACK अवधि होती है वह 5 से लेकर 7 साल तक होती है। इसके बाद यह आपको कई सालों तक फ्री में बिजली प्रदान करेगा।

हानि

  • ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की तुलना में ऑफ़ ग्रिड सोलर सिस्टम अधिक महंगे होते हैं।
  • सोलर बैटरी को हर 5 से 6 साल बाद बदलना पड़ सकता है।
  • इस सिस्टम की जब बैटरी स्टोरेज फुल हो जाती है तो बिजली उपयोग न होने के कारण सोलर नेट मीटरिंग की कोई भी संभावना नहीं है तथा बिजली बर्बाद हो जाती है।

ऑफ ग्रिड सिस्टम इंस्टॉल करने के स्टेप्स

जब आप ऑफ ग्रिड सिस्टम को लगाने की सोचेंगे तो सबसे पहले आपको इसकी स्थापना का सोचना होगा। इसके लिए हमारे द्वारा कुछ चरणों के माध्यम से आपको बताया गया है:-

1. अपने घरेलू लोड की गणना करें:-

किसी भी प्रकार का व्यय करने से पहले अपनी ऊर्जा से संबंधित सभी जरूरतों की गणना कर ले। आपको अपने घरेलू लोड के प्रत्येक टाइप के बारे में पता होना चाहिए। जैसे की:-

  • चर्जिंग पॉइंट्स, पंखा, एलइडी लाइट्स, फ्रिज, हीटर, AC इत्यादि चींजे।

यह करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है बस आपको कुछ स्टेप को फॉलो करना होगा:-

  • सभी उपकरणों की एक लिस्ट को तैयार करें जिन्हे की आप अपने सोलर सिस्टम के साथ कनेक्ट कर चलाना चाहते हैं।
  • प्रत्येक उपकरण कितने समय के लिए चलेगा उसका अनुमान लगाएं।
  • सभी उपकरणों की पावर रेटिंग का पता लगाएं।

2. उपकरणों तथा ब्रांड का सिलेक्शन:-

आपको बड़े ही सावधानी से उपकरणों तथा ब्रांड का सलेक्शन करना होगा क्योंकि यह केवल एक समय का ही निवेश है। इसलिए हमारे द्वारा कुछ कम्पनियों के नाम बताए गए हैं जिन्हें आप खरीद सकते हैं।

  • बैटरी सिलेक्शन
    • सुकम सोलर बैटरी
    • लुमिनस सोलर बैटरी
  • सोलर पैनल सिलेक्शन
    • मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
    • पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
  • सोलर इन्वर्टर सिलेक्शन
    • MPPT सोलर इन्वर्टर
    • PMW सोलर इन्वर्टर
  • ब्रैंड्स सिलेक्शन
    • यूटीएल सोलर
    • लुमिनस सोलर 

3. सोलर पैनल का स्थापना

ऑफ़ ग्रिड सोलर सिस्टम केवल तभी अच्छे से काम करता है जब की इसे छत अथवा जमीं पर सूरज की किरणों के सामने वाली जगह पर लगाया जाता है। सूर्य की प्रकाश की और सोलर पैनल झुके होने चाहिए।

ऑन ग्रिड और ऑफ ग्रिड में अंतर

  • ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का उपयोग वहां किया जाता है जहाँ की दिन में बिजली बहुत ही ज्यादा आती रहती है तथा ऑफ़ ग्रिड सोलर सिस्टम का उपयोग वहां किया जाता है जहां बिजली बहुत ही कम आती है।
  • ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ऑफ़ ग्रिड सोलर सिस्टम के मुकाबले थोड़ा सस्ता होता है।
  • ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का सम्पूर्ण सेटअप सस्ता होता है तथा ऑफ़ ग्रिड सोलर सिस्टम का सेटअप थोड़ा मंहगा होता है।
  • ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ग्रिड पर आधारित सोलर सिस्टम है जो की सरकारी ग्रिड से जुड़ा हुआ होता है। इस सितम की सहायता से आप अतिरिक्त बिजली को सरकारी ग्रिड को भी भेज सकते हैं।

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