सोलर पैनल का कनेक्शन कैसे करते हैं

Published By SOLAR DUKAN

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सोलर पैनलों के प्रयोग से बिजली का उत्पादन वर्तमान में बहुतायत में हो रहा है। उपभोक्ताओं को इस से बहुत लाभ प्राप्त हो रहे हैं जिनमें सबसे पहले को उनका बिजली का बिल में बहुत कम हो गया है। एवं दूसरा लाभ यह है कि इसके प्रक्रिया में पर्यावरण को बिना नुकसान पहुँचाये बिजली को उत्पन्न किया जाता है।

सोलर पैनल का कनेक्शन (Solar Panel Connection) कैसे करते हैं इसकी जानकारी अधिकाँश उपभोक्ताओं को नहीं रहती है। एवं गलत कनेक्शन के कारण सोलर सिस्टम के खराब होने की प्रायिकता अधिक रहती है। सोलर सिस्टम के कनेक्शन को स्थापित करने में होने वाली अंतरों की जानकारी इस लेख के माध्यम से देखेंगे।

सोलर पैनल का कनेक्शन कैसे करते हैं
सोलर पैनल का कनेक्शन

सोलर पैनल का कनेक्शन

किसी भी सोलर पैनल को कनेक्ट करने का सबसे मुख्य अंतर आउटपुट धारा एवं वोल्टेज (VOC) पर पड़ता है। सोलर पैनल को मुख्यतः 2 प्रकार से कनेक्ट किया जाता है : समानांतर सोलर कनेक्शन एवं श्रेणी सोलर कनेक्शन। दोनों प्रकार के कनेक्शन में VOC का ही अंतर होता है।

सोलर पैनल में दो बिंदुओं के बीच आवेश में अंतर को वोल्टेज कहते हैं। सोलर पैनल सर्किट में बहने वाली विद्युत की मात्रा को धारा/करंट कहते हैं। आउटपुट वोल्टेज किसी विधुत उपकरण जैसे इन्वर्टर, बैटरी द्वारा जारी की जाने वाली वोल्टेज होती है। आउटपुट करंट जिस से लोड पर आपूर्ति की जाती है, वह अधिकतम करंट होती है।

सोलर पैनल का श्रेणी कनेक्शन

सोलर पैनल का श्रेणी कनेक्शन (Solar Panel Series Connection) हमेशा सोलर सिस्टम में वोल्टेज बढ़ाने के लिए स्थापित किया जाता है। धारा इसमें समान रहती है। इसमें एक पैनल के + बिंदु को दूसरे पैनल की – बिंदु से जोड़ा जाता है। सीरीज में सोलर पैनल स्थापित करने में सभी सोलर पैनल महत्वपूर्ण होते हैं। इसे चित्र के द्वारा समझा जा सकता है।

सोलर पैनल का श्रेणी कनेक्शन

इस सोलर कनेक्शन में 10A एवं 12V के दस सोलर पैनलों को श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है। जिसमें कुल धारा 10A ही है लेकिन VOC 120 वोल्ट है। सीरीज कनेक्शन का प्रयोग छायारहित परिस्थितियों में सही रहता है। कम एम्परेज की आवश्यकता होने पर भी श्रेणी क्रम में सोलर पैनल को स्थापित किया जाता है।

सोलर पैनल का समानांतर कनेक्शन

सोलर पैनल का समानांतर कनेक्शन (Solar Panel Parallel Connection) से सिस्टम में विद्युत धारा बढ़ जाती है जब कि VOC समान ही रहता है। इस कनेक्शन में दो सोलर पैनल के धनात्मक बिंदु (++) को आपस में एवं ऋणात्मक बिंदु (–) को आपस में जोड़ा जाता है। कुल धारा सभी पैनलों की धारा का योग होती है। सोलर पैनल का कनेक्शन

उपर्युक्त चित्र के अनुसार पांच सोलर पैनलों को समानांतर कनेक्शन में जोड़ा गया है। जिसमें प्रत्येक 10A एवं 12V की क्षमता के सोलर पैनल हैं। समांतर क्रम में जोड़ने पर पैनलों की कुल धारा 50 एम्पियर हो जाती है जबकि VOC में कोई परिवर्तन नहीं होता है। समांतर कनेक्शन में सोलर पैनल स्वतंत्र रूप से कार्य करते हैं। यह छाया वाले भाग में भी स्थापित किया जा सकता है।

कौन सा कनेक्शन बेहतर है?

यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप जिस क्षेत्र में रहते है वह छायायुक्त है या छायारहित। यही आप छाया रहित क्षेत्र में रहते हैं तो आपको श्रेणी कनेक्शन स्थापित करना चाहिए। इस से आपका सोलर सिस्टम कुशलतापूर्वक कार्य कर पायेगा। एवं सोलर सिस्टम में लगी बैटरी को सही वोल्टेज प्रदान हो पायेगी।

छायायुक्त स्थान पर या गाड़ी/नांव में समानान्तर कनेक्शन में सोलर पैनल को स्थापित किया जा सकता है। इस कनेक्शन में चार्ज कंट्रोलर की आवश्यकता होती है। जो आवश्यक धारा को प्राप्त करते हैं इन्हें PWM एवं MPPT का प्रयोग किया जा सकता है पर MPPT चार्ज कंट्रोलर PWM की तुलना में महंगे होते हैं। और ये एडवांस टेक्नोलॉजी के बने होते हैं।

MPPT सोलर पैनल का कनेक्शन

सोलर पैनल को MPPT चार्ज कंट्रोलर/इन्वर्टर से जोड़ने पर सोलर पैनल द्वारा उसे उतनी ही VOC प्रदान की जाती है जितने की उसे आवश्यकता होती है। इसे 12V, 24V, 48V आदि साइज की बैटरियों के अनुसार स्थापित किया जा सकता है। अलग-अलग क्षमता के दो या दो से अधिक सोलर पैनलों को समानान्तर कनेक्शन में ही जोड़ा जा सकता है। टाटा पावर सोलर की सहायता से घर की छत पर सोलर पैनल स्थापित कर सकते हैं।

MPPT सोलर पैनल का कनेक्शन

सोलर पैनल का कनेक्शन से सम्बंधित प्रश्न एवं उत्तर

सोलर पैनल का कनेक्शन कितने प्रकार से किया जा सकता है?

सोलर पैनल का कनेक्शन समानांतर एवं श्रेणी दो प्रकार से किया जा सकता है।

सोलर पैनल का समानांतर कनेक्शन क्यों स्थापित किया जाता है?

सोलर पैनल का समानांतर कनेक्शन विद्युत धारा की मात्रा बढ़ाने के लिए एवं VOC समान रखने के लिए स्थापित किया जाता है।

सोलर पैनल का श्रेणी कनेक्शन क्यों स्थापित किया जाता है?

सोलर पैनल का श्रेणी कनेक्शन VOC की मात्रा बढ़ाने के लिए एवं धारा को समान रखने के लिए स्थापित किया जाता है।

सोलर पैनल का कनेक्शन स्थापित करने में किस प्रकार के तारों का प्रयोग किया जाता है?

सोलर पैनल का कनेक्शन स्थापित करने में एकल पीवी प्रकार के तारों का प्रयोग किया जाता है। क्योंकि ये तार हर प्रकार के मौसम में सुरक्षित कार्य कर सकते हैं।

घर के लिए कौन सा सोलर कनेक्शन बेहतर है?

घर के लिए सोलर कनेक्शन स्थापित करने से पूर्व आपके प्लांट स्थापित होने वाले स्थान की लोकेशन बहुत जरूरी है यदि उस क्षेत्र में छाया रहती हो तो समानांतर एवं छाया ना रहती हो तो श्रेणी कनेक्शन में सोलर पैनल स्थापित करने चाहिए।

निष्कर्ष

सोलर पैनल का कनेक्शन स्थापित करने की जानकारी आप देख सकते हैं इसमें महत्वपूर्ण कारक पैनल से उत्पन्न होने वाली धारा की क्षमता एवं VOC होती है। सोलर पैनल के इंस्टालेशन करने पर यह कार्य आप स्वयं से भी कर सकते हैं या सोलर इंस्टालेशन करने वालों की सहायता भी ले सकते हैं। श्रेणी एवं समानांतर कनेक्शन द्वारा ही सोलर पैनल स्थापित होते हैं।

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