सोलर पैनल को किस दिशा में लगाना चाहिए | Best Direction and Angle for Solar Panel in India

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सोलर पैनल को किस दिशा में लगाना चाहिए | Best Direction and Angle For Solar Panel in India
Best Direction and Angle For Solar Panel in India

आज के समय में नवीकरणीय ऊर्जा का प्रयोग अधिक तेजी से बढ़ रहा है। जिसके लिए आम नागरिक को सरकार द्वारा प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। इलेक्ट्रिक ग्रिड के बिजली बिल की कीमत बढ़ रही है। ऐसे में सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली प्राप्त करने के लिए सोलर पैनल का प्रयोग किया जा सकता है। जिस से जीवाश्म ईंधन की निर्भरता को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है, जीवाश्म ईंधन के प्रयोग से पर्यावरण की बहुत नुकसान होता है, जिस से जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं आज के समय में देखी जा सकती हैं। इस लेख से आप सोलर पैनल को किस दिशा में लगाना चाहिए की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

सोलर पैनल के प्रयोग को प्रोत्साहित करने का मुख्य उद्देश्य इनका पर्यावरण के अनुकूल बिजली का उत्पादन करना है। सोलर पैनल बिना किसी प्रदूषण को उत्पन्न किये बिजली का उत्पादन करने में सक्षम होते हैं। नवीकरणीय ऊर्जा के उपकरणों का प्रयोग कर के ही हरित भविष्य की स्वर्णिम कल्पना को साकार किया जा सकता है।

सोलर पैनल को किस दिशा में लगाना चाहिए

सोलर पैनल के द्वारा सूर्य से प्राप्त होने वाली सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने का कार्य किया जाता है। सोलर पैनल से उच्च प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए आवश्यक है, कि उसे सही दिशा एवं सही कोण के साथ स्थापित किया जाए। सोलर पैनल पर जितना अधिक सूर्य का प्रकाश पड़ेगा, वह उतनी कुशलता से कार्य कर के बिजली का उत्पादन करता है।

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सूर्य गर्मियों के समय में लंबे दिनों के कारण अधिक देर तक प्रकाश प्रदान करता है। एवं सर्दियों में सौर ऊर्जा अपेक्षाकृत कम प्राप्त होती है। सोलर पैनल की दक्षता के अनुरूप उच्च कार्य प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए सोलर पैनल को सही दिशा एवं एंगल में स्थापित किया जाना चाहिए, जिसके लिए आप निम्न बिंदुओं पर विचार कर सकते हैं:-

सोलर पैनल की सही दिशा एवं कोण

भारत की भौगोलिक स्थिति 8°4′ से 37°6′ उत्तरी अक्षांश एवं 68°7′ से 97°25′ पूर्वी देशांतर में है। भारत में राज्यों के अनुसार सोलर पैनल को स्थापित करने के कोण अलग-अलग हो सकते हैं। सही दिशा एवं कोण की जानकारी के लिए आप निम्न बिंदुओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:-

  • भारत में सोलर पैनल को सामान्यतः दक्षिण दिशा की ओर स्थापित किया जाता है, जिसका कारण यह है कि इस दिशा में सर्दियों के समय सूर्य के किरणें सीधी पड़ती हैं।
  • गर्मियों के दिनों में सूर्य पूर्व एवं पश्चिम दिशा के लम्बवत होता है। इस दिशा में भी सोलर पैनल को लगाया जा सकता है, लेकिन इस दिशा में दक्षिण दिशा की तुलना में कम सौर ऊर्जा प्राप्त होती है।
  • सोलर पैनल के कोण का चयन आपके स्थान के अक्षांश पर निर्भर रक्त है। जैसे-जैसे उत्तर दिशा की ओर को बढ़ते हैं तो सोलर पैनल को स्थापित करने का कोण भी बढ़ता जाता है, सामान्यतः भारत में सोलर पैनल को स्थापित करने का कोण 20° से 30° से के बीच में होता है।
  • सोलर पैनल को बार-बार स्थापित नहीं किया जाता है, इसे स्थापित करने से पहले आप अपनी दिशा की जांच कर सकते हैं, ऐसी दिशा एवं एंगल में इसे स्थापित कर सकते हैं, जहां से सबसे अधिक सूर्य की किरणें सोलर पैनल पर पड़ सकें।

भारतीय राज्यों में सोलर पैनल को स्थापित करने अक्षांश

भारत के बहुत बड़ा देश है, इसके राज्यों में अलग-अलग अक्षांश के आधार पर सोलर पैनल को लगाया जा सकता है, अधिकांश राज्यों में निम्न आधार पर सोलर पैनल को स्थापित किया जाता है:-

राज्य अक्षांश
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू और कश्मीर 30°–36°
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा 24°–30°
गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छतीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र 18°–24°
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलांगना, कर्नाटक, केरल 12°–18°

सोलर पैनल की स्थापना से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दु

सोलर पैनल की स्थापना करने से पूर्व आपको आपके उस क्षेत्र का मूल्यांकन करना चाहिए, जहां आप सोलर पैनल स्थापित करने का विचार कर रहे हैं, जिस में आप निम्न बिंदुओं का ध्यान रख सकते हैं:-

  • सोलर पैनल को ऐसे स्थान पर लगाएं जहां छाया न पड़ती हो, सोल पैनल सूर्य के सीधे प्रकाश में उच्च प्रदर्शन करते हैं। यदि उन पर पर्याप्त मात्रा में सूर्य का प्रकाश पड़ता है तो वे पर्याप्त बिजली का उत्पादन भी करते हैं।
  • सोलर पैनल को सामान्यतः ऐसे स्थान पर स्थापित करना चाहिए जो सीधा हो, अर्थात उसे ऊबड़-खाबड़ वाले स्थान पर स्थापित नहीं करना चाहिए। ऐसे स्थान में सोलर पैनल को स्थापित कर के उसे मजबूती प्रदान की जाती है।
  • आपको आपके स्थान में धूप की स्थिति की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए, एवं सोलर पैनल को किसी एक्सपर्ट कारीगर की सहायता से सही आधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर के सही दिशा एवं सही कोण के साथ स्थापित करना चाहिए।

सोलर पैनल को स्थापित करने की सही दिशा एवं कोण की जानकारी होना बहुत आवश्यक है, ऐसे में आप सोलर पैनल के द्वारा उच्च कार्य प्रदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही सोलर पैनल को स्थापित कर पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अपनी भागीदारी कर सकते हैं। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार उचित क्षमता के सोलर सिस्टम को स्थापित कर सकते हैं।

सोलर पैनल की दिशा एवं कोण से संबंधित प्रश्न एवं उत्तर

Solar Panel को कितनी डिग्री के कोण पर लगाया जाता है?

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सोलर पैनल को गर्मी के दिनों में 15° से 20° के कोण पर एवं सर्दियों के दिनों में 55° से 60° के कोण पर लगाया जा सकता है।

सोलर पैनल द्वारा उच्च प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए सबसे अच्छी दिशा कौन सी है?

सोलर पैनल द्वारा उच्च प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए सबसे अच्छी दिशा दक्षिण दिशा है, क्योंकि इस दिशा में सोलर पैनल पर सबसे अधिक सूर्य का प्रकाश पड़ता है।

सोलर पैनल की किस दिशा में स्थापित नहीं करना चाहिए?

सोलर पैनल को उत्तर दिशा में स्थापित नहीं किया जाता है, क्योंकि इस दिशा में सूर्य का सबसे कम प्रकाश सोलर पैनल पर पड़ता है।

सोलर पैनल का प्रयोग करने से क्या-क्या लाभ होते हैं?

सोलर पैनल का प्रयोग करने से बिना किसी प्रदूषण को उत्पन्न किये बिजली का उत्पादन किया जाता है, सोलर पैनल भविष्य में 20 से 25 सालों तक बिजली का निर्माण करते हैं। इसका प्रयोग कर के बिजली के बिल को कम किया जा सकता है।

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