Solar News: ज्यादा बिजली खपत है तो सोलर प्लांट लगाकर उठाएं ग्रुप नेट मीटरिंग का फायदा

सोलर प्लांट लगाने वाले उपभोक्ता अब हो जाओगे खुश! सोलर प्लांट लगाकर उठा सकते हैं ग्रुप नेट मीटरिंग का फायदा। आइए जानते हैं इस कमाल की खबर के बारे में, इसके लिए लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।

Published By News Desk

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Solar News: ज्यादा बिजली खपत है तो सोलर प्लांट लगाकर उठाएं ग्रुप नेट मीटरिंग का फायदा
Solar News: ज्यादा बिजली खपत है तो सोलर प्लांट लगाकर उठाएं ग्रुप नेट मीटरिंग का फायदा

Solar News: देश की सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लेती रहती है। इस बार भी सरकार और बिजली कंपनी ने ग्रीन एनर्जी को बढ़ाने के लिए एक नया विकल्प सामने रखा है। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा अपने बड़े उपभोक्ता जिनके यहाँ बिजली का अधिक इस्तेमाल किया है तथा जिनके कई बिजली कनेक्शन अलग अलग स्थानों पर है उनको ग्रुप नेट मीटरिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी।

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कंपनी के क्षेत्राधिकार में होना चाहिए सोलर प्लांट

ग्रुप नेट मीटिंग एक ऐसी प्रकार की स्कीम है जिसके माध्यम से एक ही स्थान पर लगे हुए सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली का उपयोग अलग-अलग कनेक्शनों में किया जाता है। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आपको एक मुख्य शर्त का पालन करना जरुरी होगा। जो सोलर प्लांट एवं बिजली का कनेक्शन है वह वितरण कंपनी के क्षेत्राधिकार में होना आवश्यक है।

सोलर बिजली का समायोजन

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कंपनी क्षेत्र के 21 जिलों के भीतर कहीं भी बड़ा सोलर प्लांट स्थापित करके इसका लाभ कंपनी क्षेत्र में कही भी प्राप्त कर सकते हैं। इसे ही ग्रुप नेट मीटरिंग कहा जाता है। पहले जब उपभोक्ता सोलर पैनल स्थापित करते थे तो वही पर सोलर बिजली का समायोजन किया जाता है। लेकिन अब यदि आप सोलर पैनल लगाते हैं और आप उस बिजली को कम ही खपत कर पाते है तो आप उस बिजली को अपनी दूसरी यूनिट में समायोजित कर सकते हैं।

आपको बात दें सोलर एनर्जी को घरेलु, औद्योगिक तथा व्यापारिक यूनिटों में समायोजित कर पाएंगे। solar panel से जो बिजली जनरेट होती है, उसे पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के 21 किलों में समायोजन किया जा सकता है।

उपभोक्ता द्वारा सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन किया जाता है। तथा उसके द्वारा उपयोग बिजली के अतिरिक्त जो अन्य बिजली बचती है उसे एक्सपोर्ट किया जा सकता है। इसकी गणना नेट मीटर लगाकर एक्सपर्ट यूनिट के रूप में की जा सकती है। तब उपभोक्ता को मसिक बिजली बिल में एक्सपोर्ट यूनिट घटाकर बिल दिया जाता है।

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ऐसे होगा लाभ

अगर उपभोक्ता के घर में सोलर पैनल उसके ऊर्जा उपयोग से अधिक बिजली का निर्माण करते हैं तो उत्पादित होने वाली सोलर ऊर्जा को उस उपभोक्ता द्वारा दूसरी जगह स्थापित व्यापारिक प्रतिष्ठान, औद्योगिक यूनिट श्रेणी में ग्रुप नेट मीटिंग के जरिए समायोजित किया जा सकता है।

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इसके माध्यम से उपभोक्ता बड़ा लाभ प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि बिजली कंपनी उत्पादित बिजली को बहुत ही कम दर पर खरीदती है लेकिन वही कपनी उपभोक्ताओं को महंगी दर पर वह बिजली प्रदान करती है। अब से बिजली कंपनी सोलर पैनल द्वारा जनरेट बिजली का एडजस्टमेंट पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनी में कहीं पर भी तथा किसी भी प्रकार की कैटेगरी में कर सकते हैं।

रूफटॉप सोलर प्लांट

अधीक्षण मंत्री संजय अरोरा ने कहा कि अभी रूफटॉप सोलर प्लांट के तहत जिस क्षेत्र या स्थान में प्लांट लगाया जाएगा वहां पर इस्तेमाल बिजली के साथ सोलर से पैदा की गई बिजली का समायोजन भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त दूसरा ऑप्शन भी है इसमें सोलर पैनल द्वारा उत्पादित बिजली को डायरेक्ट ग्रिड के माध्यम से बिजली कंपनी को बेचा जा सकता है।

आपको बता दें ग्रुप नेट मीटरिंग की यह सुविधा उन उपभोक्ताओं को मिलेगी जिन्होंने बड़े सोलर प्लांट लगाएं हैं और उनके प्रतिष्ठान अलग अलग स्थान पर है। इस प्रकार वे फायदा उठा सकते हैं।

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