सौर ऊर्जा का इतिहास (The History of Solar Energy)

सौर ऊर्जा, सूर्य से प्राप्त ऊर्जा, हजारों वर्षों से मानव सभ्यता का एक हिस्सा रही है। प्राचीन काल से, मनुष्यों ने सूर्य के प्रकाश और ताप का उपयोग भोजन पकाने, कपड़े सुखाने, और घरों को गर्म करने के लिए किया है। 19वीं शताब्दी में, वैज्ञानिकों ने सौर ऊर्जा को बिजली में बदलने की क्षमता की खोज शुरू की।

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सौर ऊर्जा का इतिहास (The History of Solar Energy)

सौर ऊर्जा का इतिहास बेहद रोचक है। 1839 में एलेक्जेंडर एडमंड बेकरल ने फोटोवोल्टाइक प्रभाव की खोज की। 1954 में, बेल लैब्स ने पहली High-Power Silicon Solar Cells बनाई, जिसने Efficiency में सुधार किया। 1970 के दशक में, शोध ने लागत को कम किया और पहली Solar-Powered Building का निर्माण किया।

सौर ऊर्जा की प्रारंभिक खोजें (1839 – 1905):

  • 1839: फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी एलेक्जेंडर एडमंड बेकरेल ने सौर ऊर्जा की नींव रखी। उन्होंने फोटोवोल्टेइक प्रभाव की खोज की, जो इस बात का आधार है कि कैसे सौर सेल सूर्य के प्रकाश को बिजली में बदलते हैं।
  • 1883: अमेरिकी आविष्कारक चार्ल्स फ्रिट्स ने पहला व्यावहारिक सौर सेल बनाया। ये प्रारंभिक सेल सेलेनियम वेफर्स से बने थे और बहुत कुशल नहीं थे।
  • 1888: सौर सेल के लिए पहला यू.एस. पेटेंट प्रदान किया गया।
  • 1901: सौर पैनलों के लिए पहला यू.एस. पेटेंट प्राप्त हुआ।
  • 1905: अल्बर्ट आइंस्टीन ने फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव पर अपने पेपर के साथ फोटोवोल्टेइक प्रभाव पर प्रकाश डाला, जो इस घटना के लिए वैज्ञानिक स्पष्टीकरण प्रदान करता है।

विकास और प्रारंभिक अनुप्रयोग (1954 – 1970s):

  • 1954: बेल प्रयोगशालाओं ने पहला व्यावहारिक सिलिकॉन सौर सेल विकसित किया, जिसने सौर ऊर्जा के लिए एक नए युग की शुरुआत की।
  • 1960s: अंतरिक्ष कार्यक्रम ने सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकी के विकास को आगे बढ़ाया, क्योंकि उपग्रहों को बिजली की आवश्यकता होती थी।
  • 1973: तेल की कीमतों में वृद्धि ने वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के रूप में सौर ऊर्जा में रुचि बढ़ाई।
  • 1977: पहला सौर ऊर्जा संयंत्र कैलिफोर्निया में बनाया गया था।

आधुनिक युग (1980s – वर्तमान):

  • 1980s: सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकी में सुधार और लागत में कमी हुई, जिससे यह अधिक किफायती हो गया।
  • 1990s: सौर ऊर्जा नीतियां और प्रोत्साहन कई देशों में लागू किए गए थे।
  • 2000s: सौर ऊर्जा उद्योग तेजी से बढ़ा, और सौर पैनलों की कीमतों में काफी गिरावट आई।
  • 2010s: सौर ऊर्जा दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ती नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत बन गई।
  • 2020s: सौर ऊर्जा एक स्वच्छ, टिकाऊ और किफायती ऊर्जा स्रोत के रूप में उभर रही है, जिसका उपयोग जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करने के लिए किया जा सकता है।

भारत में सौर ऊर्जा

  • भारत में, सौर ऊर्जा का उपयोग सदियों से किया जाता रहा है।
  • 1980 के दशक में, भारत सरकार ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई पहल शुरू कीं।
  • आज, भारत दुनिया के शीर्ष सौर ऊर्जा उत्पादकों में से एक है।
  • भारत सरकार ने 2030 तक 500 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।

सौर ऊर्जा का इतिहास एक लंबा और आकर्षक इतिहास रहा है। प्रारंभिक खोजों से लेकर आधुनिक तकनीकों के विकास तक, सौर ऊर्जा ने अपनी क्षमता को साबित कर दिया है कि वह दुनिया की ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकती है।

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